जम्मू हादसे में एक ही गांव के 10 की मौत, घर की 3 पीढ़ी खत्म... मातमी सन्नाटे के बीच चूल्हे तक नहीं जले
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की इगलास तहसील के नाया गांव में 3 दिन पहले उत्सव जैसा माहौल था। जिले के आखिरी छोर पर बसे इस गांव से 35 लोग जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। अलग-बगल के कई गांवों से भी कई लोग इस यात्रा में शामिल रहे। शाम के समय बस में जाने से पहले घर परिवार के लोगों ने दुआ और आशीर्वाद देकर रवाना किया। लेकिन दो दिन बाद ही आई खबर ने सबको दहला कर रख दिया। बस के जाने से 22 लोगों की जान चली गई और इसमें भी 10 लोग इसी एक गांव से हैं। एक ही घर में बाबा, पिता और बेटे की मौत से परिवार की 3 पीढ़ियां एक साथ खत्म हो गईं। नाया गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। हर कोई सदमे में है। बुजुर्गों से जवानों तक की मौत होने से आंखें नम हैं। बमुश्किल खुद को संभाल रहे लोग एक-दूसरे को ढांढस बंधा रहे हैं। गांव के तमाम घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं। 28 मई मंगलवार को शाम करीब आठ बजे एक बस वैष्णो देवी, नगरकोट, ज्वालादेवी जी, चिंतपूर्णी देवी की धार्मिक यात्रा पर रवाना हुई थी। जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी जाते समय अखनूर के टूंगी मोड़ में बस खाई में पलट गई। गांव के लोग अपने ...