रूस ने बनाई महाशक्तिशाली S-500 एयर डिफेंस सिस्टम की पहली रेजिमेंट, हवा में खाक होंगी अमेरिकी मिसाइलें, यूरोप भी मुश्किल में
मॉस्को: रूस अपनी सबसे आधुनिक हवाई रक्षा प्रणाली S-500 'प्रोमेथियस' की पहली रेजिमेंट बनाने के करीब पहुंच गया है। रूस के जनरल वालेरी गेरासिमोव ने एक ब्रीफिंग के दौरान बुधवार को ये जानकारी दी है। गेरासिमोव ने कहा कि S-500 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम से लैस पहली रेजिमेंट का गठन पूरा होने वाला है, फिर इसकी तैनाती कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नई S-500 प्रणाली सामरिक मिसाइल रक्षा चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है। रूस की ओर से ओर से ये जानकारी ऐसे समय आई है, जब यूक्रेन में तेज होते युद्ध के बीच उसका अमेरिका और नाटो देशों से तनाव बढ़ रहा है।यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी जनरल ने कहा है कि यह विकास रूस के लिए नए मोबाइल वायु और मिसाइल रक्षा प्रणाली के रोलआउट में अहम कामयाबी है। यह रूस की व्यापक रक्षा रणनीति में बड़ा कदम है। रूसी एयर डिफेंस में ये नया विकास अमेरिका के लिए भी मुश्किल खड़ी कर सकती है। जनरल गेरासिमोव ने खासतौर से रूस की सीमाओं के पास बढ़ती नाटो गतिविधि पर इशारा किया है।
क्यों खास है रूस का ये एयर डिफेंस
S-500 एयर डिफेंस सिस्टम को प्रोमेथियस भी कहा जाता है। ये कई तरह के खतरों को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। इन खतरों में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM), अर्ली वार्निंग एयरक्राफ्ट और लॉ अर्थ ऑर्बिट में काम करने वाली सैटेलाइट शामिल हैं। यह हाइपरसोनिक लक्ष्यों को भी रोक सकता है। यह एक ऐसी क्षमता है जिसे रूस उभरते वैश्विक खतरों के जवाब में विकसित करने का इच्छुक रहा है। S-500 प्रणाली को सबसे उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों में से एक माना जाता है। यह अभूतपूर्व रेंज में कई लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। यह उन्नत वायु रक्षा तकनीक आधुनिक हवाई खतरों की बढ़ती जटिलता को संबोधित करती है। यह एक थिएटर बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली के रूप में कार्य करती है। S-500 की एक प्रमुख विशेषता इसकी अनुकूलनशीलता है। यह प्रणाली विशिष्ट खतरों और मिशन की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है।अमेरिका के लिए बना खतरा!
रूसी S-500 स्टील्थ विमानों को ट्रैक कर सकता है। इससे हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने में उनकी प्रभावशीलता कम हो जाती है। ऐसे में S-500 सिस्टम अमेरिकी F-22 रैप्टर और F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमानों के लिए खतरा बन गया है। S-500 इसलिए भी दुश्मन के लिए खतरे की घंटी है क्योंकि यह एक बार में 10 लक्ष्य भेद सकता है और इसकी प्रतिक्रिया समय केवल तीन से चार सेकंड है, जो इसके पूर्ववर्ती S-400 से तेज है।from https://ift.tt/586b3Jx
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