ई राजनीति है भैया, सत्ता के लिए सिद्धांत के साथ चलता है समझौता, ललन सिंह का नीलम देवी को 'अनंत' समर्थन
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पटना : बिहार की सियासत पल-पल बदलती है। यहां जातिगत समीकरण और सियासी समीकरण किस पल बदल जाएं, कहा नहीं जा सकता। कभी अनंत सिंह को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह फूटी आंखों से देखना पसंद नहीं करते थे। कुछ यही हाल बाहुलबली अनंत सिंह का था। अनंत सिंह ललन सिंह को देखना पसंद नहीं करते थे। दोनों में 36 का आंकड़ा रहता था। दोनों एक दूसरे के कट्टर सियासी दुश्मन। अब बिहार में महागठबंध की सरकार हैं। अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद की टिकट पर मोकामा उपचुनाव में प्रत्याशी हैं। महागठबंधन और बीजेपी में 36 का आंकड़ा चल रहा है। इसलिए ललन सिंह अब नीलम देवी यानि बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने मैदान में उतरेंगे। सियासत में सबकुछ जायजसियासी जानकार राजनीति में संबंधों के इसी समीकरण को 'ई राजनीति है भैया' कहकर संबोधित करते हैं। सियासी पंडित कहते हैं कि सत्ता के लिए सिद्धांत के साथ समझौता ही वर्तमान राजनीति की परिभाषा है। ललन सिंह और अनंत सिंह का रिश्ता भी इसी सिद्धांत से होकर गुजरता है। आपको मालूम होगा कि एक वक्त में ललन सिंह और मोकामा के छोटे सरकार कहे जाने वाले अनंत सिंह की दुश्मनी चरम पर थी। अनंत सिंह अब सजायाफ्ता हैं। उनके सजायाफ्ता होने के बाद उनकी सीट पर उपचुनाव हो रहा है। वैसे भी कहावत है सियासत में कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता। कोई स्थायी दुश्मन नहींअनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी के लिए जेडीयू नेता ललन सिंह मोकामा में बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। जेडीयू और राजद कार्यकर्ताओं को इस रैली को सफल बनाने के लिए कह दिया गया है। 26 अक्टूबर को ललन सिंह इस रैली में भाग लेंगे। इस दौरान वे महागठबंधन के कार्यकर्ताओं और वोटरों से नीलम देवी को विजयी बनाने की अपील करेंगे। 27 अक्टूबर को ललन सिंह टाल क्षेत्र की जनता को रिझाने की कोशिश करेंगे। उनका दौरा पुनारख के कोंदी से शुरू होगा और टाल के विभिन्न पंचायत और गांवो से होते हुए घोसवरी तक चलेगा। ललन सिंह ने बनाया लक्ष्यललन सिंह ने टारगेट कर लिया है कि हर हाल में बीजेपी को सबक सिखाना है। ललन सिंह को पता है कि ये चुनाव महागठबंधन के लिए लिटमस टेस्ट की तरह है। इस जीत से बिहार की जनता के मूड का पता चलेगा। नीलम देवी के समर्थन में ललन सिंह के साथ जेडीयू के और भी नेता मैदान में उतरेंगे। ललन सिंह नीलम देवी की नैया पार लगाने के लिए रैली के अलावा जनसंपर्क अभियान भी चलाएंगे। उसके अलावा जेडीयू की ओर से सोशल मीडिया पर भी अभियान जारी है। जदयू के बाढ़ संगठन जिला अध्यक्ष परशुराम पारस ने बताया कि ललन सिंह अपने दो दिवसीय मोकामा दौरे में नीलम देवी के लिए प्रचार करेंगे। तीन नवंबर को होगा चुनावआपको बता दें कि मोकामा में तीन नवंबर को उपचुनाव होना है। जिसे लेकर बीजेपी और महागठबंधन पूरी तरह तैयार हैं। बीजेपी ने भी अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। बीजेपी नेता और आरएसएस के कार्यकर्ता जमीन पर सोनम देवी को विजयी बनाने के लिए जुटे हुए हैं। दोनों पक्षों की ओर से धुआंधार प्रचार अभियान का आगाज किया जाएगा। जनता भी दोनों दलों के नेताओं और उनके वादे को ध्यान से सुन रही है। बीजेपी इस प्रचार में अपने 40 नेताओं को उतारने वाली है। वहीं जेडीयू और राजद के नेता संयुक्त रूप से प्रचार करने वाले हैं।
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