शिया मुल्क ईरान के खिलाफ क्यों भड़के मुस्लिम देश, जानें सीरिया में खामेनेई का वो प्लान जिस पर अरब लीग लाल

तेहरान: कट्टर शिया मुल्क ईरान के खिलाफ मुस्लिम देशों ने विरोध शुरू कर दिया है। अरब लीग क्षेत्रीय ब्लॉग ने गुरुवार को ईरान से कहा है कि वह बशर अल-असद के शासन के हटने के बाद सीरिया में नए संघर्ष के लिए उकसावे को बढ़ावा न दें। ईरान पर आरोप है कि वह सीरिया में असद के समर्थकों को समर्थन देकर नए संघर्ष की भूमिका बना रहा है। इसी 8 दिसम्बर को तेहरान के सहयोगी बशर अल-असद के शासन को सीरिया के इस्लामिक विद्रोहियों ने उखाड़ फेंका था। असद को देश छोड़कर भागना पड़ा था और वह इस समय रूस में शरण लिए हुए हैं।

सीरिया में हार से ईरान को झटका

लेबनान में हिजबुल्लाह के बाद सीरिया में असद के पतन ने ईरान को बड़ा झटका दिया है, जिसने क्षेत्र में अपना एक प्रमुख सहयोगी खो दिया है। सीरिया में तख्तापलट ने लेबनान तक जाने वाली ईरान की सप्लाई लाइन काट दी है। इस बीच सीरिया में असद के वफादारों ने देश की नई सरकार के खिलाफ हमले शुरू किए हैं। आरोप है कि इसे ईरान का समर्थन हासिल है।

असद के गढ़ में शुरू हुआ बड़ा ऐक्शन

सीरिया के नए शासन ने गुरुवार को असद के गढ़ में एक अभियान शुरू किया है, जहां उनके लड़ाकों और पूर्व सरकार से जुड़े हथियारबंद गुटों के बीच घातक झड़पें हुई हैं। अरब लीग ने कहा है कि वह संघर्ष की चिंगारी को भड़काने के उद्येश्य से कई सीरियाई शहरों और क्षेत्रों में हो रही घटनाओं पर चिंता के साथ नजर रख रहा है। एक बयान में अरब लीग ने सीरिया की 'क्षेत्रीय अखंडता और स्थिरता का सम्मान करने, हथियारों के राज्य के हाथों में सीमित करने, सभी सशस्त्र गुटों को भंग करने और विदेशी हस्तक्षेपों को रोकने की आवश्यकता' पर जोर दिया। बयान के अनुसार, लीग ने कहा कि यह 'सीरियाई लोगों के बीच संघर्ष को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ईरान के बयानों को खारिज करता है।' हालांकि, इसमें यह नहीं बताया गया कि वह कौन से बयान का उल्लेख कर रहा था।

सीरिया में क्या कर रहा ईरान?

रविवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने असद को सत्ता से बेदखल करने के बाद सीरिया में एक मजबूत समूह के उभरने की बात कही थी। खामेनेई ने कहा कि 'देश के युवाओं के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है।' इस बयान को ईरान की तरफ से सीरिया में असद समूहों को फिर से हथियार उठाने की अपील के तौर पर देखा गया है। हालांकि, तेहरान के विदेश मंत्रालय ने इन रिपोर्टों को निराधार बताते हुए निशाना साधा है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि ईरान सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय एकता का समर्थन करने और एक समावेशी राजनीतिक प्रणाली के गठन के लिए प्रतिबद्ध है।


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