छुट्टी के चक्कर में... दिल्ली के 3 स्कूलों को बम की धमकी देने वाले निकले उसी के स्टूडेंट्स, पुलिस का खुलासा
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नई दिल्ली: दिल्ली के स्कूलों में पिछले कुछ दिनों से बम की झूठी धमकियों का सिलसिला जारी है। इस बीच पुलिस की जांच में पता चला है कि इन धमकियों के पीछे स्कूल के ही छात्र थे। छुट्टी पाने के लिए उन्होंने ये धमकियां दीं। दरअसल VPN के इस्तेमाल से ईमेल भेजे गए, जिससे असली भेजने वाले का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। मामले में अभी तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। कुल मिलाकर 100 से ज्यादा स्कूलों को बम की धमकी मिल चुकी है। मई से अब तक स्कूलों, अस्पतालों, हवाई अड्डों और एयरलाइंस को 50 से ज्यादा धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं।
चौंकाने वाला खुलासा
दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि तीन स्कूलों में मिली बम की धमकियों के पीछे बच्चों का हाथ था। ये बच्चे छुट्टी चाहते थे, इसलिए उन्होंने ये हंगामा खड़ा किया। 28 नवंबर को रोहिणी प्रशांत विहार PVR मल्टीप्लेक्स में हुए रहस्यमय धमाके के अगले ही दिन वेंकटेश्वर ग्लोबल स्कूल को धमकी भरा ईमेल मिला। पुलिस के मुताबिक, स्कूल में पढ़ने वाले दो भाई-बहन ने परीक्षा टालने के लिए यह ईमेल भेजा था।'स्कूल बंद करवाना था मकसद'
काउंसलिंग के दौरान, बच्चों ने माना कि उन्हें दूसरे स्कूलों में हुई बम की धमकियों से यह आइडिया आया था। माता-पिता को चेतावनी देने के बाद उन्हें जाने दिया गया। ईमेल की सूचना मिलने पर, पुलिस ने स्कूल की पूरी तलाशी ली और धमकी को झूठा बताया। रोहिणी और पश्चिम विहार के दो अन्य स्कूलों को भी अपने ही छात्रों से ऐसे ही धमकी भरे ईमेल मिले। उनका मकसद भी स्कूल बंद करवाना था। काउंसलिंग और माता-पिता को चेतावनी के बाद उन्हें भी जाने दिया गया।कहां आ रही है दिक्कत?
पिछले 11 दिनों में दिल्ली के 100 से ज्यादा स्कूलों में बम की धमकियों से अफरा-तफरी मच गई है। पुलिस ने पता लगाया है कि ये ईमेल VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए भेजे गए थे। VPN एक ऐसी तकनीक है जिससे इंटरनेट पर अपनी असली पहचान छिपाई जा सकती है। इस वजह से असली अपराधियों की पहचान करना मुश्किल हो गया है।पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली
मई से लेकर अब तक दिल्ली में स्कूलों के अलावा अस्पतालों, हवाई अड्डों और एयरलाइंस को भी 50 से ज्यादा बम की धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं। हालांकि, पुलिस को इन मामलों को सुलझाने में अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली है। पुलिस अभी भी जांच कर रही है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ने की उम्मीद है। यह चिंता का विषय है कि बच्चे भी इस तरह के अपराधों में शामिल हो रहे हैं। माता-पिता और स्कूलों को मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा।from https://ift.tt/K6s75vS
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