सोनपुर मेला में थिएटर चालू हो गया है, जलेबी खाइए नाच देखिए, बच्चा के लिए खिलौना भी ले जाइए
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हाजीपुर: सोनपुर मेला, जो अपनी पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए जाना जाता है, में इस बार थिएटरों ने धूम मचा रखी है। जेपी सेतु बनने के बाद से मेले में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है और इसी के साथ थिएटर भी रौनक बिखेर रहे हैं। जहां पहले यहां शास्त्रीय संगीत और नाटकों का बोलबाला था, वहीं अब आधुनिक संगीत और डांस ने अपनी जगह बना ली है।
सोनपुर मेला में थिएटर चालू हो गया
सोनपुर मेला, जो बिहार के सोनपुर में हर साल कार्तिक पूर्णिमा से लगता है, अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। इस साल मेले में थिएटरों को खेल-तमाशे का लाइसेंस मिलने के बाद रौनक और बढ़ गई है। छह प्रमुख थिएटर, आधुनिक संगीत और रोशनी से सजे हुए, दर्शकों को अपनी ओर खींच रहे हैं। खास तौर पर महिलाओं के डांस देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है। पटना और सोनपुर के बीच जेपी सेतु के बनने के बाद से मेले में आने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिससे थिएटरों की रौनक भी बढ़ी है।मेले में थिएटरों का इतिहास भी जान लीजिए
सोनपुर मेले के थिएटरों का अपना अलग ही आकर्षण है। दिन में जहां मेले में सांस्कृतिक विविधता देखने को मिलती है, वहीं रात होते ही थिएटरों में रंगारंग कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। समाजसेवी लाल बाबू पटेल बताते हैं कि 70 के दशक के पहले सोनपुर मेले में थिएटर एक ऐसी कला के रूप में जाने जाते थे, जिसमें गजल, लोकगायिकी, शास्त्रीय और अर्धशास्त्रीय संगीत से समाबंध जाता था। जब गुलाब बाई अपनी मोहक आवास में नदी नारे न जाओ और सैंया रूठ गए जैसे जाने गा देती थीं तो लोगों भावुक हो उठते थे।समय के साथ बदल गई पब्लिक डिमांड
लेकिन समय के साथ यहां के थिएटरों का स्वरूप भी बदल गया है। लोकगीत और गजलों की जगह अब पश्चिमी गानों पर आधारित डांस ने ले ली है। 50 से भी ज्यादा डांसर्स वाले ग्रुप रिकॉर्डेड गानों पर अपनी प्रस्तुति देते हैं। ये कार्यक्रम देर रात तक चलते हैं और दर्शकों को बांधे रखने के लिए बीच-बीच में घोषणाएं भी की जाती हैं। हालांकि काफी पहले यही थिएटर अर्धनग्न डांस के लिए भी बदनाम थे।आज भी नाटक देखने आते हैं लोग
वहीं बदलते समय के साथ शास्त्रीय संगीत और नाटकों की परंपरा खत्म होती जा रही है, लेकिन फिर भी दर्शकों की कमी नहीं है। तेज संगीत और डांस के साथ ये थिएटर आज भी लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं। इस साल ठंड कम होने की वजह से उम्मीद है कि दर्शकों की संख्या में और भी इजाफा होगा।from https://ift.tt/TI5RPMH
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