लकड़ी की बुलेट, पोर्टेबल एक्सरे मशीन... UP इंटरनेशनल ट्रेड शो में अनोखे प्रोडक्ट कर रहे आकर्षित
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ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के एक्सपोमार्ट में लगे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। यहां के प्रोडक्ट भी लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहे हैं। हाईस्पीड बाइक से से लेकर अलग-अलग इंजन वेरिएंट में आपने खूब बाइक देखीं होंगी लेकिन अगर आपसे कोई कहे कि क्या आप ने लकड़ी की बुलेट देखी है, तो शायद ये सुनकर आपका दिमाग चकरा जाए। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में लकड़ी की बाइक देखने के लिए लोगो की भीड़ लग रही है। इस बाइक पर नजर डालें तो इसकी हेडलाइट से लेकर पीछे की तरफ साइलेंसर तक सब कुछ लकड़ी का बना है।नए तरीके से बने बुलेट बाइक में लकड़ी का फ्यूल टैंक, मडगार्ड, लेग-गार्ड, साइड पैनल, और फुट-रेस्ट और हेलमेट को लकड़ी से बना है। इसके बनने में करीब 80 से 90 हजार रुपये की लागत आई है। इस बैठने के लिए लकड़ी के दो सीट हैं। जिस पर कुशनिंग के लिए गद्दीदार सीट लगाई गई हैं। चलने में ये किसी आम बाइक जैसी हैं। हीरो की पैशन बाइक को मॉडिफाइड कर इस बाइक को तैयार किया गया। इसे एक बुलेट बाइक का लुक दिया गया हैं। इस को बनाने में पाइन की लकड़ी का इस्तेमाल किया गया हैं। इस लकड़ी पर खास किस्म की पॉलिस इस्तेमाल की गई हैं, जो की वॉटरप्रूफ हैं। पानी भीगने से भी लकड़ी बिल्कुल सुरिक्षत रहेगी। बाइक प्रदर्शित वाले जुनेद सैफी ने बताया कि बाइक बनाने में 3 महीने लगे।
घर ही कर सकेंगे एक्स-रे
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में चिकित्सा के क्षेत्र में बदलती तकनीकी के उपकरणों को प्रदर्शित किया जा रहा है। हॉल नंबर पांच में ग्रेटर नोएडा एनआईटी कॉलेज इनक्यूबेट से जुडी संस्था स्पोक्स हेल्थ केयर ने डिजिटल पोर्टेबल एक्स-रे मशीन को प्रदर्शित किया गया है। यह मशीन आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाई जा सकती है। मात्र चार किलो वजन की इस मशीन से किसी भी व्यक्ति का एक्स-रे आसानी से किया जा सकता है। तीन सेकेंड में फोन पर रिपोर्ट डाउनलोड कर देख सकते हैं। ट्रेड शो में निकिता नागर ने बताया कि उन्होंने पोर्टेबल एक्स-रे मशीन बनाई गई है। जनवरी में इस को लॉन्च किया गया था। इसको आसानी से घर पर ले जाकर एक्स-रे किया जा सकता है। इसके बाद इस मशीन को मोबाइल या लैपटॉप से जोड़कर प्रिंटआउट कनेक्ट करते हुए एक्स-रे का प्रिंट ले सकते हैं। इसके इस्तेमाल से मरीजों को एक्स-रे करने के लिए डायग्नोस्टिक सेंटर या हॉस्पिटल जाने की आवश्यकता नहीं होगी। निकिता ने बताया कि यह पोर्टेबल एक्स-रे मशीन मिनी कैमरे की तरह है। मशीन में लाइव एक्स-रे भी दिखाई देते हैं। मशीन की कीमत कम होने के चलते छोटे-छोटे क्लिनिकों पर भी इसका प्रयोग किया जा रहा है। इसका लाभ उन मरीजों को अधिक होगा जो चल कर हॉस्पिटल नहीं जा सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में एक्स-रे मशीन कम पाई जाती है। लिहाजा ये ग्रामीण एरिया के लिए खास उपयोगी होगी। इससे मरीजों का समय और पैसा दोनों बचेगा।from https://ift.tt/jBQ3Pl1
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