बड़ी तैयारी में शापूरजी पलोनजी ग्रुप, जान लीजिए प्लान

मुंबई: पारसी कारोबारियों ने देश को काफी कुछ दिया है। ऐसे ही एक पारसी कारोबारी ने 160 साल पहले शापूरजी पालोनजी ग्रुप की नींव डाली थी। यह ग्रुप एक बार फिर से चर्चा में है। ऐसी खबर आई है कि ग्रुप 85,000 करोड़ रुपये के एसेट बेस से अपने साम्राज्य को और विस्तार देने की तैयारी में है। इसके लिए ग्रुप ने रोडमैप भी तैयार कर लिया है। इस समय ग्रुप मुख्य रूप से छह बिजनेस सेगमेंट में काम करता है। इनमें इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, वाटर एनर्जी और फाइनेंसियल सर्विसेज शामिल हैं।

रणनीतिक तरीके से चल रहा है काम

जब से यह ग्रुप अपने अस्तित्व में आया है तब से ही इसने अनेक लैंडमार्क प्रोजेक्ट्स के माध्यम से भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान देने की गौरवशाली विरासत को जन्म दिया है। हाल के महीनों में यह ग्रुप अपनी वैल्यू को अनलॉक करने, अपने कैपिटल स्ट्रक्चर को मजबूत करने और इंजीनियरिंग एण्ड कन्स्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट और एनर्जी के अपने कोर एरिया में ध्यान केंद्रित करने के लिए एक रणनीतिक अप्रोच पर काम कर रहा है। इस समय शापूरजी पालोनजी ग्रुप का टर्नओवर 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है और इसका ऑर्डर बुक 90,000 करोड़ रुपये के आसपास है। इसके 40 देशों में 36,000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें से ज्यादातर भारत में हैं। अगले कुछ सालों में ग्रुप की रेवेन्यू ग्रोथ दो अंकों में पहुंच जाने की पूरी संभावना है, जो देश में रोजगार के अवसर पैदा करने में पूरा योगदान देगा।

फ्यूचर रेडी होने की कवायद

इस डेवलपमेंट से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ग्रुप भविष्य के लिए तैयार होने (future ready) के लिए उच्च-प्रदर्शन संस्कृति (high-performance culture) स्थापित करने पर जोर दिया है। इसी के अनुरूप कई कदम उठाए जा रहे हैं, जो न सिर्फ चुस्त दुरुस्त और अपनी गहरी इंजीनियरिंग डीएनए का लाभ उठाती है, बल्कि ये तकनीकी नवाचार (high-performance culture) और डिजिटलीकरण पर अधिक जोर देती है। यह अपने समग्र पुनर्गठन (overall reorganization) और ग्राहक-केन्द्रितता (customer-centricity) को बढ़ाने के एक हिस्से के रूप में, अब इसका हर बिजनेस अपने व्यावसायिक लाभप्रदता (profitability) के लिए अधिक जवाबदेह है।

देश-विदेश में कई प्रोजेक्ट किए पूरे

ग्रुप के इंजीनियरिंग एण्ड कन्स्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस ने, गहरी इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के जरिए कई प्रतिष्ठित स्थलों (marquee projects) का निर्माण कर और इस समृद्ध विरासत से प्रेरित होकर, पिछले साल देशऔर विदेशों में कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स अपने नाम किए हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में अग्रणी ग्रुप की कंपनी एफकॉन्स, आने वाले महीनों में लिस्टिंग के लिए तैयार है और यह बिजनेस जगत में एक ऐसी घटना है जिसका बाजारों में बड़ी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। इससे ग्रुप के वैल्यू निर्माण में काफी बढ़ोतरी होगी। इसके रियल एस्टेट बिजनेस में देश के कई शहरों में 14 करोड़ वर्ग फीट डेवलपमेंट होने की संभावना है। इसने अपने 'अनबंडलिंग' प्रोसेस को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और एक अलग रियल एस्टेट 'होल्डको' बनाया है, जो रियल एस्टेट पोर्टफोलियो के वैल्यू को अनलॉक करने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म है। इसका रियल एस्टेट बिजनेस वर्तमान में देश की शीर्ष 5 रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है और सालाना 4,000 से अधिक अपार्टमेंट बेचता है। यह किफायती से लेकर प्रीमियम हाउसिंग तक के सेगमेंट काम कर रहा है और इसलिए यह आने वाले दशक में भारत में रियल एस्टेट की मांग में होने वाली जोरदार वृद्धि को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में दिखाई दे रहा है।

ग्रुप की कमान किनके हाथों में

शापूरजी पालोनजी ग्रुप की कमान इस समय शापूर पी. मिस्त्री के हाथों में है। वह ग्रुप के चेयरमैन हैं। उनके कुशल नेतृत्व में ग्रुप वैल्‍यू अनलॉकिंग, ग्रोथ और गवर्नन्स पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।


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