कनाडा में इंदिरा गांधी की हत्या का महिमामंडन, भारत-रूस का झंडा जलाया, खालिस्तान समर्थकों की बौखलाहट देखें
टोरंटो: भारत विरोधी तत्वों को कनाडा फ्रीडम ऑफ स्पीच के नाम पर मनमर्जी करने देता है। के 40 साल होने पर खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा में प्रदर्शन किया। इस दौरान वैंकूवर में वाणिज्य दूतावास के सामने खालिस्तान समर्थकों की ओर से दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का महिमामंडन करने वाली झांकी निकाली गई। इसमें इंदिरा गांधी की तस्वीर गोलियों से छलनी दिख रही थी। भारत की ओर से इस मामले पर औपचारिक तरीके से विरोध जताया जा सकता है।ऑपरेशन ब्लूस्टार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से जरनैल सिंह भिंडरावाले समेत खालिस्तानी चरमपंथियों को बाहर निकालने के लिए चलाया गया था। कनाडा में अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस की ओर से भारत के मिशन को बंद करने का आह्वान किया गया। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने कहा कि औपचारिक राजनयिक शिकायत शुक्रवार को दी जाएगी। प्रदर्शन के दौरान भारत विरोधी नारे लगाए गए। इसके अलावा भारत और रूस का झंडा भी जलाया गया।
रूस का झंडा जलाया गया
टोरंटो में वाणिज्य दूतावास में भी विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था। लेकिन ऐसी झांकी वहां देखने को नहीं मिली। हालांकि हर जगह खालिस्तानी झंडा हाथों में लेकर नारेबाजी की गई। भारत के झंडे का अपमान किया गया। वहीं एक पेज जिस पर भारत के संविधान की फोटो थी उसे जलाया गया। इस दौरान रूस का झंडा भी झलाया गया। रूस का झंडा जलाना खालिस्तान समर्थकों की बौखलाहट को दिखाता है, क्योंकि कुछ दिनों पहले रूस ने भारत के समर्थन में बयान दिया था।क्या बोला था रूस
रूस ने मई में एक बयान में कहा था कि खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने में भारतीय नागरिक के हाथ होने से जुड़ा कोई विश्वसनीय सबूत अमेरिका ने नहीं दिया है। रूस के विदेश विभाग की प्रवक्ता ने कहा, 'हमारे पास मौजूद जानकारी के मुताबिक पन्नू की हत्या की साजिश रचने में भारतीय नागरिकों की संलिप्तता का कोई विश्वसनीय सबूत अमेरिका ने नहीं दिया है। इस मामले में अटकलें अस्वीकार्य हैं।'from https://ift.tt/KljfwgE
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