अफगानिस्तान में घुसकर टीटीपी ठिकानों को करेंगे तबाह, पाकिस्तानी रक्षामंत्री का ऐलान, तालिबान करेगा पलटवार?
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जोर देकर कहा है कि सेना के सैन्य अभियान ऑपरेशन आजम-ए- इस्तेहकाम के तहत अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है। ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान के कई नेताओं के टीटीपी के साथ बातचीत की संभावना को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि टीटीपी के साथ बातचीत का कोई आधार नहीं है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के इस ऐलान से तालिबानी सरकार के साथ तनाव बढ़ सकता है। इससे पहले जब भी पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की जमीन पर हमले किए हैं, तालिबानी सरकार ने पलटवार किया है। वाइस ऑफ अमेरिका को दिए साक्षात्कार में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यह सैन्य अभियान चलाने का फैसला किसी हड़बड़ी में नहीं लिया गया है। उन्होंने माना कि ऐसा राजनीतिक माहौल है कि राजनीतिक दल सरकारी फैसलों को मानने के कम इच्छुक हैं। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब इमरान खान की पार्टी ने खुलकर सैन्य अभियान चलाने का विरोध किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस सैन्य अभियान को लेकर राजनीतिक दलों की चिंताओं को दूर किया जाएगा। साथ ही उनके हर सवाल का जवाब भी दिया जाएगा।
पाकिस्तान में अफगानिस्तान से आ रहा आतंकवाद
ख्वाजा आसिफ ने टीटीपी के साथ बातचीत को लेकर किसी भी संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने इमरान खान सरकार के 4 से 5 हजार टीटीपी उग्रवादियों को फिर से मुख्यधारा में शामिल करने की सफलता पर सवाल उठाया। उन्होंने सवाल किया कि अगर यह प्रयोग सफल रहा तो हमें बताया जाए ताकि उसका हम अनुसरण कर सकें। पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने दावा किया कि पाकिस्तान सेना का पिछला अभियान सफल रहा। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिक सरकारें सैन्य अभियान के बाद उसकी आलोचना करने में जुट जाती हैं। पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने यह भी दावा किया कि इमरान की पार्टी के नेता और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के सीएम अली अमीन गंदापुर ने किसी भी स्तर पर इस सैन्य अभियान का विरोध नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस सैन्य अभियान का उद्देश्य सीमा के पास टीटीपी के ठिकानों को निशाना बनाना है। आसिफ ने कहा कि देश की एकजुटता से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। उन्होंने अफगानिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने को न्यायोचित ठहराया और दलील दी कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन नहीं करेगा। आसिफ ने कहा कि इसकी वजह यह है कि अफगानिस्तान से पाकिस्तान में आतंकवाद का निर्यात हो रहा है। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने 4000 स्लीपर सेल के सदस्यों को आने दिया जो अब पाकिस्तान में अशांति फैला रहे हैं।from https://ift.tt/4Ly6tjb
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