आकाश से 'गायब' हो जाएगा सूर्य, आठ अप्रैल को ग्रहण के दौरान दिखाई देगा कोरोना, जानें क्यों है खास
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वॉशिंगटन: साल 2024 की सबसे रोमांचक खगोलीय घटनाओं में एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण जब लगेगा तब दिन में भी रात जैसा नजारा हो जाएगा। 8 अप्रैल 2024 को यह दुर्लभ खगोलीय घटना होगी। 2044 तक यूएस में होने वाली यह अपनी तरह की आखिरी घटना होगी। सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है। इससे चंद्रमा की परछाई बनती है जो पृथ्वी पर आती है। सूर्य ग्रहण के दौरान एक ऐसा समय आता है जब कुछ मिनटों के लिए चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढंक लेता है, जिसे समग्रता कहा जाता है।जब समग्रता होती है तो दर्शक इसे बिना चश्मे के भी देख सकते हैं, क्योंकि इस दौरान सूर्य बिल्कुल भी नहीं दिखता है। हालांकि एक्सपर्ट्स साफ चेतावनी देते हैं कि पूर्णता के अलावा किसी भी समय सूर्य को बिना सुरक्षित चश्मे के नहीं देखना चाहिए। हर सूर्य ग्रहण में समग्रता का एक पथ होता है। पथ से अलग बाकी जगहों पर यह सूर्य ग्रहण दिखाई देता है। समग्रता के दौरान एक बेहद दुर्लभ चीज देखने को मिलेगी। वह है सूर्य का कोरोना जो उसकी सबसे बाहरी लेयर है। सूर्य की तेज चमक के कारण हम इसे नहीं देख पाते हैं।
क्या होता है कोरोना
नासा ने एक बयान में कहा, 'कोरोना एक धुंधली सफेद प्रभामंडल है जो अंधेरे सोलर डिस्क को घेरे रहेगी। पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान ही इसे देखा जा सकेगा। यह अंतरिक्ष में लाखों किलोमीटर तक फैला हुआ है, जो सूर्य के वायुमंडल की सबसे बाहरी पर है। इस ग्रहण के दौरान समग्रता की घटना क्रोमोस्फीयर को भी दिखा सकती है।' पूर्ण सूर्य ग्रहण पूरी दुनिया में नहीं दिखेगा। नासा के मुताबिक समग्रता का पथ मेक्सिको के तट से शुरू होगा और फिर अमेरिका में प्रवेश करेगा।कब और कैसे देख सकेंगे पूर्ण सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण हमें 8 अप्रैल 2024 को दिखाई देगा। यह नजारा काफी दुर्लभ होगा। लेकिन भारत में यह दिखाई नहीं देगा। फिर भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। नासा इस ग्रहण का लाइव टेलीकास्ट यूट्यूब पर करेगा। इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के साथ ही एक वलयाकार सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को दिखाई देगा। हालांकि यह भी दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगी।from https://ift.tt/GAZ6REJ
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