तीन महीने की खुशहाल शादी, और फिर एकसाथ जलीं दोनों की चिताएं, पल भर में चले गए इकलौता बेटा और बहू

गाजियाबाद: तीन महीने की खुशहाल शादी का अंत इतना दर्दनाक होगा किसी ने सोचा न था। गाजियाबाद () के वैशाली में मंगलवार देर रात दोनों पति-पत्नी के शवों को एकसाथ मुखाग्नि दी गई। दोनों ने एकसाथ जीने मरने की कसमें खाई थीं। परिवार सदमे में है। इकलौते बेटे और बहू का कुछ ही पलों में दुनिया से चले जाना रह-रहकर सभी का जीना मुश्किल कर रहा है। वैशाली सेक्टर-3 में रहने वाले 25 साल के अभिषेक की हार्ट अटैक से मौत के बाद पत्नी अंजलि ने भी सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी। दोनों के शव का गाजीपुर स्थित शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान अंजलि को उसके भाई सौरभ व अभिषेक को उसके ताऊ तसेम लाल ने मुखाग्नि दी।

सोमवार को घूमने गए थे

अभिषेक एनजीओ में काम करते थे। सोमवार को अंजलि और बहन गुड़िया के साथ दिल्ली के चिड़ियाघर घूमने गए थे। इस दौरान अभिषेक की अचानक तबियत खराब गई तो उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया। अभिषेक की शाम 6 बजे उपचार के दौरान मौत हो गई थी।

आपा खौ बैठी थी पत्‍नी

रात साढ़े नौ बजे अभिषेक का शव घर आया तो अंजलि आपा खो बैठीं। उन्होंने अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। हंसते-खेलते परिवार में अचानक दो लोगों की मौत से कोहराम मच गया। कौशांबी पुलिस ने बताया कि मंगलवार देर रात अंजलि व अभिषेक के शवों को गाजीपुर शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि अभी परिवार काफी सदमे में है।


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