कौशांबीः कुल्हाड़ी से रेप पीड़िता की हत्या, परिवार की सिसकियों से गूंज रहा खौफजदा गांव का सन्नाटा

कौशांबीः उत्तर प्रदेश के कौशांबी में रेप पीड़िता हत्याकांड के बाद का दूसरा दिन दिन ग्रामीणों के लिए खौफ और गम के साए में बीता। गांव में हर तरफ पुलिस का पहरा है। रह-रहकर मृतका के परिवार से रोने और सुबकने की आवाजें आती हैं। दोपहर बाद कई थानों की फोर्स की सुरक्षा में मृतका का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भी पीड़ित के पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। इस दौरान वह बार-बार कहते रहे कि जान से मारने की धमकी देते-देते अशोक और पवन ने आखिर उसकी बेटी को मार डाला। उधर आरोपी परिवार में मायके में रही अशोक की पत्नी अपने जुड़वा बेटों सहित घर पर मौजूद थी।गांव के रामकृपाल केवट के 9 बेटों में हत्याकांड के आरोपी अशोक निषाद और पवन निषाद बचपन से ही आपराधिक प्रवृत्ति के थे। आए दिन वे जबरन मारपीट कर गांव में अपना दबदबा बनाए रखना चाहते थे। बताते हैं कि उनमें यह प्रवृत्ति चित्रकूट के ढेरहुआ केवट की संगति में पल्लवित हुई है। ढेरहुआ पड़ोसी जनपद चित्रकूट के नामी बदमाश धनश्याम केवट का गुर्गा था, जिसका रामकृपाल के यहां अक्सर आना-जाना हुआ करता था। 6 साल पहले जब घटना के मुख्य आरोपी अशोक निषाद पर हिनौता के तिवारी के पुरवा में हुए पल्टू पुत्र अदालती के हत्या का आरोप लगा तो उसके अपराधिक स्वभाव को जैसे पर लग गए हों। चलने लगा प्रेम-प्रसंगइस बीच वह लोगों को आए दिन डराता-धमकाता कि एक बार जेल हो आया है। अब उसे जेल जाने में कोई डर नहीं है। साल 2019 में अशोक के भाई पवन निषाद का रेप पीड़िता से प्रेम संबन्ध परवान चढ़ने लगा। शादी करने की बात चली तो पवन ने इससे इंकार कर दिया। इससे आक्रोशित पीड़िता ने पुलिस में रेप का आरोप दर्ज करा दिया। पवन को इस मामले में जेल हो गई। एक पखवारे पहले वह जेल से छूटकर आया और लगातार सुलह-समझौते का दबाव बनाता रहा था। कहासुनी के बाद हमलासोमवार की सुबह भी सुलह-समझौते को लेकर रेप पीड़िता और आरोपियों के बीच कहासुनी हुई। अशोक निषाद और पवन निषाद ने सुलह-समझौता न करने पर दुष्कर्म पीड़िता को जान से मार डालने की धमकी दी। इसकी शिकायत करने के लिए मृतका अपनी भाभी के साथ पुलिस थाने गई। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि अशोक और पवन ने उसे और उसकी बहन रोशनी को कुल्हाड़ी और बल्लम लेकर दौड़ाया। भाभी ने कुछ कहने से किया इनकारहालांकि, पुलिस ने शिकायत दर्ज किए बिना उन्हें वापस कर दिया। इधर पुलिस थाना से लौटकर गांव पहुंची पीड़िता के साथ घात लगाकर बैठे अशोक निषाद ने गाली-गलौज की। पीड़िता जब इसका वीडियो बनाने लगी तो आरोपी आगबबूला हो गया। इसके बाद आशोक ने कुल्हाडी से पीड़िता पर वार करना शुरू कर दिया। हमले में पीड़िता की मौत हो गई है। उसका मोबाइल भी अब तक नहीं मिल सका है। घटना की मुख्य गवाह के रूप में रही भाभी मोनी देवी ने इस संबन्ध में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है।


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