बिहार में 'बाप' पॉलिटिक्स: पहले तेजस्वी अब सम्राट चौधरी, विरोधियों को पिता की याद क्यों दिलाते हैं नीतीश?

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि बड़े ही शांत और गंभीर राजनेता की है। हालांकि जब भी उन्हें गुस्सा आता है तो सीधा विरोधी को बाप की याद दिला देते हैं। कुछ ऐसा ही गुरुवार को हुआ, जब उनके सामने सम्राट चौधरी के बारे में सवाल किया गया। इस पर नीतीश कुमार ने तीखे अंदाज में कहा- 'उसके बाप को इज्जत कौन दिया? हम ही दिए न? और उसका उमरवा कम था, तो उसको कौन बना दिए एमएलए, मंत्री? हम ही बना दिए न, रोज पार्टी बदला, उसका कोई मतलब है? उसका कोई पार्टी नहीं, उसका कोई सैंस नहीं है। आप बोल दिए, तो आपको हम बता दिए।' नीतीश कुमार पर जब भी कोई नेता बड़े आरोप लगाता है तो शांत स्वभाव के नीतीश के सब्र का बांध टूट जाता है और वो सीधा बाप पर पहुंच जाते हैं। ऐसा नहीं है कि नीतीश कुमार ने केवल बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी को ही उनके बाप की याद दिलाई हो, इसके पहले भी नीतीश कई नेताओं को उनके बाप की याद दिला चुके हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में

तेजस्वी यादव को भी बाप की याद दिला चुके हैं नीतीश

नीतीश कुमार आज भले ही तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम बनाकर बिहार में सरकार बना चुके हों, लेकिन दो साल करीब तीन साल पहले सीएम ने उन्हें भी बाप (लालू यादव) की याद दिला दी थी। ये बात है नवंबर 2020 की। बिहार विधानसभा का सत्र चल रहा था। सत्र के दौरान तेजस्वी यादव की ओर से लगाए गए आरोपों पर नीतीश कुमार हत्थे से उखड़ गए। नीतीश कुमार ने कहा था, 'वह भाई जैसे करीबी दोस्त का बेटा है, इसलिए हम सुनते रहते हैं।' तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था, '1991 में नीतीश कुमार पर हत्या का केस दर्ज हुआ था। 2008-09 में इस केस को कैसे लटकाया गया, सब जानते हैं। 2020 में बिना जांच के उस केस को कैसे खत्म किया गया, सब जानते हैं।' तेजस्वी ने कहा कि क्या आपने कभी किसी मुख्यमंत्री को जुर्माना भरते हुए सुना है? नीतीश कुमार पर एक जेएनयू छात्र की सामग्री चोरी के लिए 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था।' तेजस्वी के इन्हीं आरोपों की जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने उन्हें बाप की याद दिला दी थी। सीएम ने कहा कि- 'वह झूठ बोल रहे हैं। इस पर कार्रवाई की जाएगी। वह भाई जैसे करीबी दोस्त का बेटा है, इसलिए हम चुपचाप सुनते रहते हैं। हम कुछ नहीं कहते। उसके पिता को विधायक दल का नेता किसने बनाया? उसे उप-मुख्यमंत्री किसने बनाया? हम सहन करते हैं, कुछ नहीं बोलते हैं। आज ये चार्जशीटेड है।'

नीतीश ने बीजेपी विधायक नितिन नवीन को भी दिलाई थी बाप की याद

ऐसा नहीं है कि नीतीश कुमार ने केवल तेजस्वी और सम्राट चौधरी को ही उनके बाप की याद दिलाई है। इसके एक साल पहले अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने बीजेपी विधायक नितिन नवीन को डांटते हुए 'बच्चा' कहा और उन्हें उनके बाप की याद दिलाई थी। ये वाक्या है विधानसभा सत्र के दौरान का। उस वक्त नीतीश कुमार ने बीजेपी से संबंध तोड़कर राजद संग सरकार बनाई थी। विश्वास मत के लिए विधानसभा सत्र आयोजन किया गया था। सत्र की कार्यवाही में नीतीश कुमार बोल रहे थे। मुख्यमंत्री के भाषण के समय बीजेपी विधायक नितिन नवीन बार-बार टोका-टोकी कर रहे थे। इस पर नीतीश कुमार बोले कि तुम बैठो। अभी तुम बच्चा हो। पता है न तुम्हारे पिता नवीन किशोर सिन्हा से मेरा कैसा संबंध था। नीतीश कुमार ने नितिन नवीन को याद दिलाया कि कैसे उनके पहले विधानसभा चुनाव में सिर्फ 18 प्रतिशत वोट मिला था।

विपक्षी नेताओं पर क्यों भड़कते हैं नीतीश?

अब सवाल उठता है कि शांत स्वभाव के नीतीश कुमार जब भी भड़कते हैं तो विरोधियों को उनके बाप की याद क्यों दिलाते हैं? दरअसल बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार पुराने नेता हैं। करीब 15 साल से राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने अपनी राजनीति की शुरुआत 1977 से की थी। नीतीश कुमार ने जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जॉर्ज फर्नाडीज से राजनीति के गुण सीखे थे। पुराने नेता होने की वजह से नीतीश कुमार के सभी से मधुर संबंध रहे हैं। नीतीश ने लालू यादव, शुकुनि चौधरी, नवीन किशोर सिन्हा जैसे कई नेताओं के साथ बिहार में राजनीति की। आज इनके बेटे राजनीति में है।


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