मोदी जी ने राहुल गांधी के साथ न्याय किया, ये क्या बोल गए कांग्रेस के पूर्व सांसद

जयपुर : राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने को लेकर जहां पूरे देश में कांग्रेस पार्टी 'सत्याग्रह' का आयोजन कर विरोध जताया जा रहा है। वहीं अगर कांग्रेस का कोई नेता यह बयान दे कि "मोदी जी ने जो राहुल गांधी के साथ किया है। वह उनके साथ न्याय हैं। हम सभी कांग्रेसी दिल्ली जाकर राहुल गांधी का विरोध करेंगे" तो यह सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। राजस्थान के पाली में कुछ ऐसा ही हो गया। यहां कांग्रेस के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ ने बयान देते वक्त जुबान फिसल गई। अब पूर्व सांसद साहब की फिसली जुबान के कारण सोशल मीडिया पर उनकी खूब फजीहत हो रही है, जिसका भाजपा के नेता मुद्दा बनाकर खूब मजे लूट रहे हैं। हालांकि बाद में पूर्व सांसद ने मीडिया में वापस अपनी सफाई पेश की। लेकिन अब उससे क्या फायदा। जो होना था। वो तो हो गया।

पढ़िये क्या बोल गए जाखड़

हुआ यूं कि पाली में होली मिलन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए कांग्रेस के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ आए। इस दौरान मीडिया से राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करने को लेकर बोल रहे थे। तभी उनकी जुबान ऐसी फिसली कि उन्हें कांग्रेस-बीजेपी दोनों पार्टियों में कोई फर्क नहीं लगा। उन्होंने मीडिया में बयान दिया कि "जिस तरीके से राहुल गांधी के साथ जो व्यवहार किया है। वह मोदी जी ने उनके साथ न्याय किया है। हम सभी कांग्रेस जन दिल्ली जाकर राहुल गांधी का विरोध करेंगे।

बयान देने पर किसी ने भी नहीं रोका पूर्व सांसद को

मीडिया में बयान देते समय पूर्व सांसद जाखड़ की जुबान फिसलने के दौरान किसी कांग्रेसी नेता या कार्यकर्ता ने उन्हें टोंका। पूर्व सांसद मीडिया के बीच बिना रुके बयान देते रहे। लेकिन उनके आसपास खड़े नेता केवल इस बात पर ध्यान दे रहे थे कि उनका चेहरा कैमरे में आ रहा है या नहीं। किसी भी नेता ने यह गौर नहीं फरमाया कि पूर्व सांसद साहब क्या बयान दिए जा रहे हैं। मीडिया में बयान देने के बाद पूर्व सांसद को अपनी गलती का अहसास हुआ कि उन्होंने अर्थ का ही अनर्थ कर दिया है। उसके बाद जाखड़ ने एक बार फिर मीडिया में मामले को लेकर सम्भालते हुए बयान दिया। हालांकि इस दौरान एक बार फिर उनकी जुबान फिसली। जहां उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेसी कार्यकर्ता जिला कलेक्टर के पास 'विज्ञापन' देने जाएंगे। जबकि जाखड़ को यहां ज्ञापन शब्द बोलना था।

टोंक में विप्र बोर्ड चेयरमैन की फिसली जुबान

ऐसा ही दूसरा मामला टोंक में भी दिखाई दिया। जहां कांग्रेस के सत्याग्रह के दौरान विप्र बोर्ड चेयरमैन महेश शर्मा की जुबान भी फिसल गई। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान कहा कि आज का सत्याग्रह नीरव मोदी और अडानी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के विरोध में किया जा रहा है। इस पर पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि आपके सत्याग्रह कार्यक्रम में लगे बैनर पर साफ लिखा है कि राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करने के विरोध में यह आयोजन किया गया है। इस पर विप्र बोर्ड चेयरमैन महेश शर्मा सकपका गए। हालांकि इस मामले पर उन्होंने सफाई देने की कोशिश की। लेकिन वे सही ढंग से अपनी बात नहीं रख पाए।


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