अखिलेश-माया नफरत का हिंदुस्तान नहीं चाहते, उनसे रिश्ता तो है... यूपी में भारत जोड़ो यात्रा पर बोले राहुल
लखनऊः भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने को लेकर मायावती और अखिलेश यादव ने भले ही मना कर दिया हो लेकिन राहुल गांधी ने दोनों से ही अपना एक सियासी रिश्ता जोड़ लिया है। शनिवार को राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर अपनी 9वीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दोनों ही नेताओं के साथ उनका विचारधारा का रिश्ता है, क्योंकि अखिलेश और मायावती भी मोहब्बत का हिंदुस्तान चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनका अखिलेश और मायावती के साथ भारत जोड़ने और नफरत मिटाने का रिश्ता है। राहुल गांधी से भारत जोड़ो यात्रा में विपक्षी दलों की भूमिका को लेकर सवाल किया गया था। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि विपक्ष की सारी पार्टियां भारत जोड़ो यात्रा के साथ हैं। ये क्लियरली हमें मालूम है। राहुल ने कहा, 'मैं इस पर कमेंट नहीं करना चाहता हूं कि कौन आ रहा है, कौन नहीं आ रहा है, क्यों आ रहा है, क्यों नहीं आ रहा है लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे हर किसी के लिए खुले हैं। कोई भी आ सकता है। उन्होंने कहा कि अखिलेश जी, मायावती जी मोहब्बत का हिंदुस्तान चाहते हैं, मैं जानता हूं। नफरत का हिंदुस्तान नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि उनके साथ रिश्ता तो है। भारत जोड़ने और नफरत मिटाने का रिश्ता उनके साथ है। यूपी में प्रवेश करेगी भारत जोड़ो यात्रा दरअसल, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल दिल्ली में विश्राम कर रही है। यह यात्रा इसके बाद यूपी में प्रवेश करेगी। कांग्रेस की ओर से यूपी में विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है। हालांकि, किसी की ओर से यात्रा में शामिल होने का स्पष्ट संकेत अभी तक नहीं मिला है। अखिलेश ने बीते दिनों ऐसे ही एक सवाल पर कहा था कि उनकी भावनाएं भारत जोड़ो यात्रा के साथ हैं लेकिन कांग्रेस और सपा का सिद्धांत अलग-अलग है। अखिलेश ने यह भी कहा कि उन्हें इसका निमंत्रण नहीं मिला है। मायावती, राजभर और दिनेश शर्मा को निमंत्रण उनकी ओर से यह भी साफ नहीं किया गया कि अगर निमंत्रण मिलता है तो वह या सपा का कोई प्रतिनिधिमंडल इस यात्रा में शामिल होगा या नहीं। इस बीच कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बीते दिनों जोर देकर कहा था कि वह अखिलेश को पक्का यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण देंगे। वहीं मायावती की पार्टी ने भी साफतौर पर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इसके अलावा सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को भी यात्रा का निमंत्रण मिला है लेकिन उन्होंने भी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के नेता दिनेश शर्मा को लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रफेसर के तौर पर यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया था लेकिन उन्होंने इसमें शामिल होने से मना कर दिया है।
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