सपा कार्यालय में ओपी राजभर के आने पर रोक का लगा पोस्टर, बेटे अरुण बोले- घबरा गए हैं अखिलेश यादव
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता फ्रस्टेशन के शिकाए हो गए हैं। इनके अंदर बौखलाहट बढ़ गई है और बेचैन हो गए हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी घबराए हुए है। इनके कार्यकर्ता बौखलाकर पोस्टर-बैनर लगा रहे हैं। सपा की चार बार सरकार रही, लेकिन बताएं कि मुस्लिमों कितनी हिस्सेदारी दी। इसलिए अब मुस्लिम सपा कार्यालय में झांकना भी नहीं चाहते। ओम प्रकाश राजभर के बेटे और सुभासपा के प्रवक्ता अरुण राजभर ने सपा और अखिलेश यादव पर जमकर हमला किया। दरअसल सपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है। इसमें लिखा है कि ओम प्रकाश राजभर का सपा कार्यालय में आना प्रतिबंधित है। इसे लेकर सपा और सुभासपा में विवाद गहरा होता नजर आ रहा है। अरुण राजभर ने कहा कि अति पिछले यूपी में 38 प्रतिशत हैं। इस वर्ग के लोगों को सपा ने कितनी हिस्सेदारी दी। अब यही पिछड़ा वर्ग सपा के कार्यालय पर नहीं जाना चाहता। सपा से नफरत करते हैं। इसलिए सपा के लोग होर्डिंग लगाकर जनता को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि अराजकता तो इनका (सपा) प्रमाण है। ये हमेशा से गुंडागर्दी, थानों में दलाली करने वाले लोग थे। ये जमीन पर होर्डिंग लगाकर कहते थे कि अब यह हमारी जमीन है। इन्होंने लोगों की जमीन लूटी है। यही लोग अब सपा कार्यालय पर होर्डिंग भी लगा रहे हैं।
सपा जल्द बन जाएगी समाप्त वादी पार्टी
मुस्लमान, पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा और वंचित वर्ग सपा के साथ जाने को तैयार नही हैं। इसीलिए ये फ्रस्टेशन का शिकार है और बौखला गए हैं। अरुण राजभर ने कहा कि आने वाले समय में सपा का ऐसा ही रवैया रहा तो जनता इन्हें समाप्तवादी पार्टी बनाकर छोड़ देगी। वहीं भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि सपा एक नेता के कार्यालय में आने पर प्रतिबंध लगा रही है। अखिलेश यादव जब सीएम थे तो आतंकवादियों को हाईकोर्ट से छोड़ने की पैरवी कर डाट खा चुके हैं। लोकतंत्र के लिए ये अच्छा संदेश नहीं है।from https://ift.tt/8N1PFz7
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